नई दिल्ली: बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 के लिए राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 6.4 प्रतिशत रहा, जैसा कि वित्त मंत्रालय ने संशोधित बजट अनुमानों में अनुमान लगाया था।
2022-23 के लिए केंद्र सरकार के राजस्व-व्यय के आंकड़ों का अनावरण, लेखा महानियंत्रक (सीजीए) ने कहा कि निरपेक्ष रूप से राजकोषीय घाटा 17,33,131 करोड़ रुपये (अनंतिम) था।
सरकार अपने राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिए बाजार से उधार लेती है।
सीजीए ने आगे कहा कि राजस्व घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 3.9 प्रतिशत था, जबकि प्रभावी राजस्व घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 2.8 प्रतिशत था।
केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को लोकसभा में, 2023-24 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद का 5.9 प्रतिशत आंका गया था।
2022-23 के लिए केंद्र सरकार के राजस्व-व्यय के आंकड़ों का अनावरण, लेखा महानियंत्रक (सीजीए) ने कहा कि निरपेक्ष रूप से राजकोषीय घाटा 17,33,131 करोड़ रुपये (अनंतिम) था।
सरकार अपने राजकोषीय घाटे को पूरा करने के लिए बाजार से उधार लेती है।
सीजीए ने आगे कहा कि राजस्व घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 3.9 प्रतिशत था, जबकि प्रभावी राजस्व घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 2.8 प्रतिशत था।
केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री द्वारा पेश किया गया निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को लोकसभा में, 2023-24 के लिए राजकोषीय घाटे का लक्ष्य सकल घरेलू उत्पाद का 5.9 प्रतिशत आंका गया था।
Source link