कैपटाउन : विदेश मंत्री एस जयशंकर गुरुवार को आतंकवाद को अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए प्रमुख खतरों में से एक बताया और कहा कि सभी देशों को इसके वित्तपोषण और प्रचार सहित इस खतरे के खिलाफ दृढ़ उपाय करने चाहिए।
पर अपने उद्घाटन भाषण में बीआरआईसी विदेश मंत्रियों की बैठक में जयशंकर ने यह भी कहा कि आतंकवाद का उसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में मुकाबला किया जाना चाहिए, और किसी भी परिस्थिति में इसे कभी भी माफ नहीं किया जाना चाहिए।
पांच देशों का समूह ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देशों को एक साथ लाता है, जो वैश्विक आबादी का 41 प्रतिशत, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 24 प्रतिशत और 16 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है। वैश्विक व्यापार की।
पर अपने उद्घाटन भाषण में बीआरआईसी विदेश मंत्रियों की बैठक में जयशंकर ने यह भी कहा कि आतंकवाद का उसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में मुकाबला किया जाना चाहिए, और किसी भी परिस्थिति में इसे कभी भी माफ नहीं किया जाना चाहिए।
पांच देशों का समूह ब्रिक्स (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) दुनिया के पांच सबसे बड़े विकासशील देशों को एक साथ लाता है, जो वैश्विक आबादी का 41 प्रतिशत, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 24 प्रतिशत और 16 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है। वैश्विक व्यापार की।
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